चाँद की प्रेम कविता:
चाँद की प्रेम कविता:
चाँद की प्रेम कविता:
चाँद की रौशनी में रोमांस है,
चाँदनी रातों में ख्वाबों का दिवाना हूँ।
तेरी यादों की छाया में बसा हूँ,
चाँद की मांग को अब सजाना हूँ।
तेरी आँखों का चाँद सा चेहरा,
मेरी दिल की धडकन, तू ही है मेरा।
चाँद सितारों से भरी रातों में,
तेरी.....
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